Site icon News Book -Rajasthan News | राजस्थान न्यूज़ | Rajasthan News in Hindi

पहले नर्सिंगकर्मी को थप्पड़, अब डॉक्टर से गाली-गलौज; गढ़ी विधायक पर कर्मियों ने लगाए गंभीर आरोप

slapping nursing staff

slapping nursing staff

बांसवाड़ा। अस्पताल प्रभारी डॉ. अजयपाल सिंह ने बताया कि विधायक ने अस्पताल में अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे स्टाफ में आक्रोश है। वहीं, नर्सिंगकर्मियों ने आरोप लगाया कि चार महीने पहले भी विधायक ने एक नर्सिंग स्टूडेंट को थप्पड़ मारा था। हालांकि, उस समय दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था।


यह भी देखें


भाजपा विधायक कैलाश मीणा फिर विवादों में घिरे

गढ़ी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कैलाश मीणा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। चार महीने पहले एक नर्सिंगकर्मी को थप्पड़ मारने के आरोप के बाद, अब उन पर एक डॉक्टर से अभद्रता करने और नर्सिंग अधिकारी से मारपीट का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, विधायक मीणा बीती रात परतापुर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। वे अपने बीमार पौत्र को इलाज के लिए लाए थे, लेकिन अस्पताल में अव्यवस्थाएं देखकर नाराज हो गए। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अजयपाल सिंह से गाली-गलौज की और नर्सिंग अधिकारी योगेश डामोर को थप्पड़ मार दिया। एक अन्य कर्मचारी से भी मारपीट की कोशिश की, लेकिन साथ मौजूद लोगों ने उन्हें रोक लिया।


कर्मचारियों में रोष, कार्य बहिष्कार की चेतावनी
घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने उपखंड अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। विरोध जताते हुए कर्मचारियों ने दो दिन में कार्रवाई नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। इस दौरान डॉ. विपिन कुमार बुनकर, डॉ. रामनिवास, डॉ. रामेश्वर, योगेश डामोर, रमेश बारिया, मनोज खराड़ी, विकेश गांधी, मनीष कुमार और हरीश सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।


पहले भी हो चुका है विवाद
अस्पताल प्रभारी डॉ. अजयपाल सिंह ने बताया कि विधायक ने अस्पताल में अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे स्टाफ में आक्रोश है। वहीं, नर्सिंगकर्मियों ने आरोप लगाया कि चार महीने पहले भी विधायक ने एक नर्सिंग स्टूडेंट को थप्पड़ मारा था। हालांकि, उस समय दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था।


विधायक ने दी सफाई
विधायक कैलाश मीणा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अस्पताल में गंदगी फैली थी और डॉक्टर ड्रेस में नहीं थे। उन्होंने कहा, “जब मैं अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टर अनुपस्थित था। कुछ देर बाद एक व्यक्ति हाफ पैंट में आया, जिसे मैं डॉक्टर नहीं समझ सका। ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को निर्धारित ड्रेस कोड में रहना चाहिए। अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमरा चुकी हैं।”


यह भी पढ़ें

  1. गांवों में इस बार गर्मियों में नहीं होगी बिजली कटौती, ऊर्जा मंत्री ने बनाया मास्टर प्लान
  2. लाउडस्पीकर पर अजान विवाद: मंत्री जोगाराम पटेल का बड़ा बयान, कहा- सरकार कानून लाने से नहीं हिचकेगी
Exit mobile version